तुगलक वंश का इतिहास 

तुग़लक वंश के ऐतिहासिक स्त्रोत

1.तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ

2.तुग़लकनामा ग्रन्थ

3.क़िताब ए रेहला ग्रन्थ

4.तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ

5.फुतुहात ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ

1.तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ

तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ का रचनाकार ज़ियाउद्दीन बरनी को माना जाता है जिसने फ़ारसी भाषा में इस ग्रन्थ की रचना की थी | तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ में दिल्ली सल्तनत के कई महत्वपूर्ण शासकों के शासनकाल की, जानकारियों का उल्लेख विस्तार से किया गया है जिसमें तुगलक वंश के शासक गयासुद्दीन तुगलक, मुहम्मद बिन तुगलक और फ़िरोजशाह तुगलक के शासनकाल की जानकारी भी प्रदान की गई है |

2.तुग़लकनामा ग्रन्थ

नासिरुद्दीन ख़ुसरो शाह और गयासुद्दीन तुग़लक के शासनकाल की विस्तृत जानकारी का उल्लेख तुग़लकनामा ग्रन्थ में किया गया है | तुग़लकनामा ग्रन्थ की रचना प्रसिद्ध कवि अमीर ख़ुसरो ने की थी और यह ग्रन्थ काव्य शैली में है |

3.क़िताब ए रेहला ग्रन्थ

क़िताब ए रेहला को अधिकतर इतिहासकारों ने केवल रेहला के नाम से सम्बोधित किया है और इस ग्रन्थ में अफ़्रीकी देश, मोरक्को के प्रसिद्ध यात्री इब्न बतूता की यात्राओं का विस्तृत रूप से वर्णन देखने को मिलता है | इब्न बतूता के रेहला ग्रन्थ में तुग़लक वंश के शासक गयासुद्दीन तुग़लक की गुप्तचर व्यवस्था और मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार, व्यक्तिगत जीवन तथा प्रमुख योजनाओं पर भी विस्तृत रूप से चर्चा की गई है | रेहला ग्रन्थ की रचना इब्न बतूता के द्वारा अरबी भाषा में की गई थी |

4.तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ

तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ की रचना शम्स ए सिराज़ ने तुग़लक वंश के शासक फ़िरोजशाह तुग़लक के दरबार में की थी जिसमें फिरोजशाह तुग़लक के शासनकाल की शाही टकसाल, नहरें बनवाना और आक्रमणों की विस्तृत रूप से चर्चा की गई है | तारीख ए फ़िरोजशाही नाम के दो ग्रन्थ हैं और दोनों ग्रंथों की रचना तुग़लक वंश के शासक फ़िरोजशाह तुग़लक के शासनकाल में ही हुई | ज़ियाउद्दीन बरनी के द्वारा लिखे गए तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ में दिल्ली सल्तनत के कई शासकों के शासनकाल की चर्चा की गई है परन्तु शम्स ए सिराज़ के द्वारा लिखे गए तारीख ए फ़िरोजशाही ग्रन्थ में केवल फिरोजशाह तुग़लक के शासनकाल की चर्चा की गई है |

5.फुतुहात ए फिरोजशाही ग्रन्थ

फुतुहात ए फिरोजशाही ग्रन्थ की रचना स्वयं सुल्तान फिरोजशाह तुग़लक के द्वारा की गई थी जिसे फिरोजशाह तुग़लक की आत्मकथा माना जाता है | फुतुहात ए फिरोजशाही ग्रन्थ में फिरोजशाह तुग़लक ने अपने शासनकाल की विस्तृत जानकारी का उल्लेख किया है जिसमें जन कल्याण और इस्लाम के प्रचार पर ज्यादा जोर दिया है |

तुगलक वंश का परिचय

अमीर खुसरो के तुगलकनामा ग्रन्थ के अनुसार तुगलक, सुल्तान की व्यक्तिगत सरनेम थी परन्तु इस मत का समर्थन इब्न बतूता, मार्कोपोलो और फ़रिश्ता ने नहीं किया है | फ़रिश्ता के अनुसार गयासुद्दीन तुगलक के पिता एक तुर्क दास के रूप में बलबन की सेना में कार्य किया करते थे और उनकी बेगम हिन्दू थी | अधिकतर इतिहासकार फ़रिश्ता के मत का समर्थन करते हैं क्योंकि फ़रिश्ता ने इस सम्बन्ध में बहुत ही विस्तृत जानकारी प्रदान की है |

तुगलक वंश के महत्वपूर्ण तथ्य

*तुगलक वंश की स्थापना 1320 में गयासुद्दीन तुगलक के द्वारा नासिरुद्दीन ख़ुसरो शाह की हत्या करके की गई थी |

*तुगलक वंश के प्रमुख शासक गयासुदीन तुगलक, मुहम्मद बिन तुगलक, फिरोजशाह तुगलक और नासिरुद्दीन महमूद तुगलक को माना जाता है |

*तुगलक वंश के सभी शासकों ने मिलकर 94 वर्ष तक शासन किया था जो दिल्ली सल्तनत के सभी राजवंशों में सबसे अधिक समय माना जाता है |

*दिल्ली सल्तनत में सबसे कम समय तक शासन करने वाला राजवंश खिलजी वंश को माना जाता है जिसने कुल 30 वर्ष तक शासन किया था |

*तुगलक वंश को दिल्ली पर शासन करने वाला आखिरी तुर्क राजवंश माना जाता है |

*तुग़लक वंश का संस्थापक गयासुद्दीन तुगलक को माना जाता है |

*तुगलक वंश का पहला शासक गयासुद्दीन तुगलक को माना जाता है |

*तुगलक वंश का अंतिम शासक नासिरुद्दीन महमूद तुगलक को माना जाता है |

*तुगलक वंश का शासनकाल 1320 – 1414 ई. के मध्य में था |

 

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