तुलुव वंश का संस्थापक कौन था
तुलुव वंश के संस्थापक वीर नरसिंह थे। विजयनगर इस वंश की राजधानी थी। तुलुव वंश की स्थापना सन् 1505 में की गई। 1505 में नरसा नायक के पुत्र वीर नरसिंह ने सालुव नरेश की हत्या करके विजयनगर पर अधिकार कर लिया और तुलुव राजवंश की स्थापना की। तुलुव राजवंश दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य का सबसे शक्तिशाली राजवंश था जिसके लोकप्रिय राजा कृष्णदेव राय थे।
तुलुव राजवंश तेलुगु साहित्य का सुनहरा काल माना जाता है। वीर नरसिंह का शासन काल आंतरिक अशांति और सामंती सरदारों के विरोध और युद्ध में ही गुजर गया। सन् 1509 में वीर नरसिंह की मृत्यु हो गई। इसके बाद 8 अगस्त सन् 1509 में कृष्णदेवराय तुलुव वंश का शासक बना। सन् 1529 में कृष्णदेव राय की मृत्यु के बाद सत्ता के लिए संघर्ष प्रारंभ हो गया। अंत में इनका सौतेला भाई अच्युत देवराय 1529 में शासक बना और 1542 ई. तक शासन किया। तुलुव वंश का अंतिम शासक सदाशिव राय था जिसने सन् 1542 – 1570 ई. तक शासन किया।